उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कर्नाटक में दिए गए बयानों पर अब कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया ने हमला बोला है| दरअसल कर्नाटक में अगले साल विधानसभा चुनाव है| जिसको ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने हिंदूवादी एजेंडे के तहत कहा कि कर्नाटक में हिन्दुओ और भाजपा कार्यकर्ताओ की हत्या की जा रही है और यह अराजकता का माहौल दर्शाता है|
साथ ही उन्होंने कर्नाटक में टीपू सुलतान की जयंती मनाने को भारत की परंपरा का अपमान बताया| उन्होंने कहा कि कर्नाटक हनुमान का विजयनगर है यहाँ टीपू सुल्तान की बजाय हनुमान की पूजा होनी चाहिए|
योगी आदित्यनाथ के इन बयानों के बाद अब कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया बड़ा पलटवार किया है उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के सीएम को हमें प्रसाशन करने की सीख नहीं देनी चाहिए|
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उन्हें अपने राज्य को बेहतर बनाने पर ध्यान देना चाहिए,मै तो मिटटी का बेटा हूँ| मुझे उनसे सीखने की जरूरत नहीं है| श्री आदित्यनाथ ने कहा था कि हम टीपू सुल्तान जयंती मनाते है हनुमान जयंती क्यों नहीं| मै उन्हें बताना चाहूंगा कि हम 26 संतो और नेताओ से सम्बंधित जयंती है इनमे अंबेडकर,बसवेशेश्वर, महावीर, कितूर चन्नम्मा, केपे गौड़ा भगवान कृष्ण और अन्य संप्रदाय के नेता और व्यक्ति शामिल हैं|
जो की आदित्यनाथ की पार्टी के लोगो के विपरीत जो कुछ त्योहारों को मनाते है और दूसरो के त्योहारों का विरोध करते है| सीएम सिद्धारमैया ने उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि ” उत्तर प्रदेश अपने जंगल राज और निराशाजनक कानून-व्यवस्था की स्थिति के लिए जाना जाता है जबकि कर्नाटक नहीं है|
श्री आदित्यनाथ को हमें प्रशासन के लिए उपदेश नहीं देने चाहिए| उन्हें अपने राज्य में कानून-व्यवस्था में सुधार लाने पर ध्यान देना चाहिए| भाजपा समाज को विभाजित करने और समूहों के बीच हिंसा उत्पन्न करने की कोशिश करती है| लेकिन हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि केवल एक शांतिपूर्ण समाज ही तरक्की कर सकता है | कर्नाटक में उनकी चालें काम नहीं कर सकती हैं| यहां के लोगों के पास उच्च स्तर जागरूकता और समझ है कि क्या सही और क्या गलत है|
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