सुप्रीम कोर्ट द्वारा एससी/एसटी कानून में बदलाव करने के आदेश का बवाल अभी तक नहीं थमा है| चेन्नई में विभिन्न संघठनो द्वारा आज रेल रोको विरोध प्रदर्शन शुरू कर किया गया है| एएनआई न्यूज़ एजेंसी के मुताबिक आज तमिलनाडु के चेन्नई में विभिन्न संघठनो द्वारा सुप्रीम कोर्ट द्वारा एससी/एसटी कानून में बदलाव करने को लेकर ‘रेल रोको प्रदर्शन’ का आयोजन किया गया|
Various groups demonstrate ‘rail-roko’ protest in Chennai over SC/ST Act issue. Protestors say,”The grassroots political parties in TN have come together for this. We are strictly against the idea of implementing SC/ST Act with any dilution.” #TamilNadu pic.twitter.com/pCMGHBCGX3
— ANI (@ANI) April 21, 2018
प्रदर्शनकारियों ने बताया कि तमिलनाडु में जमीन से जुड़े राजनीतिक दल इसको लेकर (एससी/एसटी कानून में बदलाव को लेकर) एक साथ आये है| हम अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति अधिनियम में किसी भी तरह के बदलाव के विचार या कमजोर करने के सख्त खिलाफ है| गौरतलब हो की सुप्रीमकोर्ट द्वारा अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति अधिनियम में बदलाव करने को लेकर आदेश दिया था|

जिसके बाद देश के विभिन्न दलित संघठनो ने 2 अप्रैल को भारत बंद बुलाकर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया था| भारत बंद के दौरान वही देश में कई जगह हिंसक प्रदर्शन की खबरे भी सामने आयी थी| जिसमे करीब 11 लोगो की मौत भी हुई थी | वही सरकार ने भी बैकफुट पर आकर सुप्रीमकोर्ट द्वारा एससी/एसटी कानून में बदलाव को लेकर दोबारा अपील करने की घोषणा की थी| हालाँकि मामला जब सुप्रीमकोर्ट में था तब सरकार ने ही इस क़ानून के खिलाफ सुप्रीमकोर्ट में दलील दी थी|
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और आंकड़े प्रस्तुत कर कहा था कि इस कानून का कुछ दलितों द्वारा दुरूपयोग किया जा रहा है| जिसके बाद सुप्रीमकोर्ट को इस कानून में बदलाव करने का आदेश देने में आसानी हुई| वही सरकार द्वारा जब इस मामले को लेकर पुनर्विचार याचिका दायर की गई तो सरकार को सुप्रीमकोर्ट के सवालों का सामना करना पड़ा| वही दूसरी तरफ एनसीआरबी के आंकड़ों की बात की जाये तो देश में दलितों के ऊपर हो रहे अत्याचारों में कमी आने की जगह बढ़ोत्तरी हुई है | जिसको लेकर दलित समुदायों अच्छा खाशा रोष पहले से ही था|
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